संकलन अभिक्रिया किसे कहते हैं?
संकलन अभिक्रिया वह रासायनिक अभिक्रिया है जिसमें दो या दो से अधिक अणु मिलकर एक बड़ा अणु बनाते हैं। इस प्रक्रिया में, अणुओं के बीच मौजूद बहुआयामी बंध (जैसे कि द्वि-आबंध या त्रि-आबंध) टूट जाते हैं और उनकी जगह एकल बंध बनते हैं।
संकलन अभिक्रिया के कुछ उदाहरण:
- हाइड्रोजन ब्रोमाइड (HBr) का इथीन (C2H4) के साथ संयोग:
C2H4 + HBr ----> C2H5Br
- हाइड्रोजन (H2) का एथीन (C2H4) के साथ संयोग:
C2H4 + H2 ----> C2H6
- ब्रूमिन (Br2) का एथीन (C2H4) के साथ संयोग:
C2H4 + Br2 ----> C2H4Br2
संकलन अभिक्रिया के कुछ महत्वपूर्ण पहलू:
- यह अभिक्रिया असंतृप्त यौगिकों के साथ होती है, जिनमें बहुआयामी बंध होते हैं।
- इस अभिक्रिया में ऊष्माक्षेपी प्रक्रिया होती है, यानी ऊष्मा निकलती है।
- इस अभिक्रिया में अभिकारक और उत्पाद के अणुओं की संख्या में कमी आती है।
संकलन अभिक्रिया के कुछ उपयोग:
- प्लास्टिक और रबर के निर्माण में
- औषधियों के निर्माण में
- जैव ईंधन के निर्माण में
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